Kundali Bhavasth Fal,Kundli,Astrology,Bhav,Fal
Personalisasi | 4.7MB
कुंडली मे बारह भाव होते हे एवं प्रत्येक भाव मे एक राशि होती हे । वैसे तो आकाशमंडल मे अनेक ग्रह मौजूद हे लेकिन ज्योतिष शास्त्र मे मुख्य नव ग्रह से ही गणना की जाती हे । और यही नव ग्रह किसी ना किसी राशि का स्वामी होता हे । अब जिस भाव का स्वामी जिस किसी भी भाव मे रहता हे उसे भावस्थ कहते हे और उसी के अनुसार यह ग्रह हमारे जीवन पर प्रभाव डालते रहते हे ।
यहा हम सभी बारह भाव के राशिपति अलग अलग बारह भाव मे होने पर क्या फल प्रदान करते हे उसके बारे मे बता रहे हे और साथ मे अगर किसी भाव या ग्रह का किसी अन्य भाव या ग्रह से दृष्टि संबंध होने पर अगर कोई विशेष योग बनता हे तो उसके बारे मे भी जानकारी दे रहे हे।
कुंडली और भावस्थ के माध्यम से आप आसानी से जान सकते हे की आपकी कुंडली मे कौन कौन से विशेष योग बन रहे हे और उसके क्या परिणाम प्राप्त होगे ।
कुंडली मे बारह भाव होते हे एवं प्रत्येक भाव मे एक राशि होती हे और राशि का स्वामी कोई एक ग्रह होता हे । अब जिस भाव का स्वामी जिस किसी भी भाव मे रहता हे उसे भावस्थ कहते हे और उसी के अनुसार यह ग्रह हमारे जीवन पर प्रभाव डालते रहते हे ।
यहा हम सभी बारह भाव के राशिपति अलग अलग बारह भाव मे होने पर क्या फल प्रदान करते हे उसके बारे मे बता रहे हे और अगर कोई विशेष योग बनता हे तो उसके बारे मे भी जानकारी दे रहे हे।