Bajnamath Temple Jabalpur काल भैरव मंदिर

3 (5)

Perjalanan & Lokal | 4.4MB

Deskripsi

Bajnamath Temple Jabalpur ,काल भैरव शिव का रूप हैं और इनकी पूजा करने से आपको भय नहीं सताता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो काल भैरव आपकी रक्षा करते हैं। अगर आप शनि, राहु जैसे पापी ग्रहों की वजह से परेशान हैं, गरीबी आपका पीछा नहीं छोड़ रही है। किसी तरह की शारीरिक, आर्थिक और मानसिक समस्याओं से परेशान हैं तो आपको काल भैरव की प्रार्थना करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि काल भैरव से काल भी डरता है।भगवान शिव का रौद्र रूप काल भैरव हैं। शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव प्रकट हुए थे। इसलिए इसे काल भैरव अष्टमी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति काल भैरव की पूजा-अर्चना करता है उसके पिछले जन्म और इस जन्म में किए गए जाने के पाप नष्ट हो जाते हैं। मृत्यु के बाद काल भैरव के भक्तों को भगवान शिव के पास जगह मिलती है। ऐसा भी माना जाता कि काल भैरव के भक्तों को शिवलोक में स्थान प्राप्त होता है।
Bajnamath Temple Jabalpur, काल भैरव शिव का रूप हैं और इनकी पूजा करने से आपको भय नहीं सताता है. कुल मिलाकर कहा जाए तो काल भैरव आपकी रक्षा हैं करते. अगर आप शनि, राहु जैसे पापी ग्रहों की वजह से परेशान हैं, गरीबी आपका पीछा नहीं छोड़ रही है. किसी तरह की शारीरिक, आर्थिक और मानसिक समस्याओं से परेशान हैं तो आपको काल भैरव की प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि काल भैरव से काल भी डरता है.भगवान शिव का रौद्र रूप काल हैं भैरव. शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव प्रकट हुए थे. इसलिए इसे काल भैरव अष्टमी भी कहा है जाता. के शास्त्रों अनुसार जो व्यक्ति काल भैरव की पूजा-अर्चना करता है उसके पिछले जन्म और इस जन्म में किए गए जाने के पाप नष्ट हो जाते हैं. मृत्यु के बाद काल भैरव के भक्तों को भगवान शिव के पास जगह मिलती है. ऐसा भी माना जाता कि काल भैरव के भक्तों को शिवलोक में स्थान प्राप्त होता है.

Show More Less

Informasi

Perbarui:

Versi: 1.0

Butuh: Android 4.0 or later

Rating

BAGIKAN

Kamu juga suka