Gharelu Nuskhe
Kesehatan & Kebugaran | 3.0MB
भारत आयुर्वेद की भूमि रहा है, प्राचीन काल से ही भारत में खान-पान का विशिष्ट ध्यान रखा जाता था यही कारण है की हम लोग भोजन बनाते समय विभिन्न प्रकार के मसालों, तेल, घी, दूध, दही, छाछ, ताजा फल-सब्जियाँ इत्यादि का प्रयोग करते है | इसके पीछे उद्देश्य होता है की दैनिक आहार में शरीर की जरूरत के सभी आवश्यक प्रदार्थ हो और शरीर आंतरिक रूप में मजबूत हो तथा बीमारियों से लड़ सके और स्वस्थ रह सके |
पुराने समय में इन सब आवश्यक बातों का ध्यान घर के बड़े बुजुर्ग, दादी माँ, नानी माँ इत्यादि रखा करते थे तथा समय समय पर वो यह ज्ञान अगली पीढ़ी को देते रहते थे ताकि वो इन सब घरेलू नुस्ख़ों को दैनिक जीवन में उपयोग में ले सके और स्वस्थ तथा दीर्घ जीवन व्यतीत कर सके | यह घरेलू आयुर्वेदिक नुस्ख़े बहुत ही उपयोगी है तथा इनका ज्ञान हमे स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है |
घरेलू नुस्खों का उपयोग विभिन्न रोजमर्रा बीमारियों जैसे बुखार, जुकाम, सरदर्द, शारीरिक दुर्बलता, मोटापा, पेटदर्द, कमर दर्द, जोड़ो तथा घुटनों का दर्द इत्यादि में किया जा सकता है तथा यह तुरंत राहत देने वाला होता है | मुख्यताः घरेलू नुस्ख़े आयुर्वेद पर आधारित है, इन्हे आयुर्वेद के गहन अध्ययन के बाद दैनिक जीवन के लिए निकाला गया है ताकि सभी लोग इनका उपयोग कर सके और स्वस्थ रह सके |
आज पूरे विश्व में आयुर्वेद का बोलबाला है, पूरी दुनिया के चिकित्सक, डॉक्टर्स, वैज्ञानिक आयुर्वेद तथा योग को अपनाने की सलाह देते है और इनके चमत्कारिक प्रभाओं को मानते है | भारत से योगगुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण जी महाराज, श्री श्री रविशंकर भी आयुर्वेद के समर्थक है तथा विश्व को आयुर्वेद को अपनाने के सलाह देते है | बाबा रामदेव तथा आचार्य बालकृष्ण ने तो आयुर्वेद को आम जनता तक पहुँचाने के लिए पतंजलि आयुर्वेद की नींव रखी है तथा इसके माध्यम से लोगो को दैनिक जीवन में पतंजलि के आयुर्वेदिक उत्पादों को अपनाने की सलाह देते है |
इस के एप्प माध्यम से हम दादी माँ तथा नानी माँ के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खों को आम जनता तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे है ताकि सभी लोग आयुर्वेद को अपने जीवन में अपना सके और इससे लाभान्वित हो सके