बीमारी का इलाज़ बिना डॉक्टर के
स्वास्थ्य और फ़िटनेस | 1.6MB
कीटाणु-रोधक, सहजन की पत्ति, ठण्ड से बचे,
कानो में ठंडी हवा, सब्जियों का गर्म सूप, गले में खराश,
खांसी से लड़ने के लिए, हरी साग सब्जियां, हर दिन विटामिन D,
प्रोबायोटिक फूड, हल्दी का इस्तेमाल, भाप बहुत फायदेमंद,
जीवाणु प्रतिरोधक गुण, जुकाम में अदरक, तुलसी के पत्ते का काढ़ा,
लहसून का तेल, बड़े बच्चों के लिए, नीबू और शहद,
पानी पिने की सलाह, खांसी को शांत करने में,
गर्मी का पित्ती ज्वर, जायफल, हींग, पीपल, नीम, अतीस,
इन्द्रजौ, बच्चे को गैस की समस्या, दांत निकल रहे हों तो,
दस्त आ रहे हों तो, ठंड से बचाना हो, कुकुर खांसी हो तो,
स्पंज-स्नान, गर्म चिकन का सूप, रक्त कोशिकाओं का निर्माण,
सेब का सिरका, वेपोरब का इस्तेमाल करें, अंगूर का जादू,
एलोवेरा का रस, स्वर्णधान्य चाय, तेल मालिश, केसर तिलक,
पनिकूरका जूस, गाजर का रस, नीलगिरी का तेल, रसम,
नारियल तेल की मालिश, कपूर मिश्रित नारियल तेल,
सफेद प्याज़ का रस, लौंग शहद मिश्रण, चुक्कू-थिप्पिलि मिश्रण,
घर की बनी हुई गुड़ की भेलियां, औषधीय भाप, घर का बना मसाला चाय,
मुलैठी की चाय, आंखों की देखभाल, त्वचा की देखभाल,
हीटर का इस्तेमाल, रोजाना नहलाना जरूरी, सुलाते हुए रखें ध्यान,
अदरक के पानी, कोई रोगग्रस्त हो तो, रोग मुक्ति उपाय,
रोगों से छुटकारा, अगर रोग छोड़ नही रहा,
मुक्ति दिलाने में असरदार, शनिवार को एक नींबू लेकर,
प्रभावित व्यक्ति के ऊपर से, आयुर्वेद की मान्यता,
बीमारी से शीघ्र छुटकारा, चेचक के रामबाण उपाय,
मृत्यु की आशंका से बचने हेतु, ब्लड शुगर को नियंत्रित करना,
दिल को स्वस्थ रखने के लिए, कोलेस्ट्रोल स्तर,
भोजन बगैर तेल के बनाएं, संतरे खाने के फायदे, पपीता का पत्ता,
नींबू का रस, पीपल वृक्ष की राख, लहसुन का एलीसिन तत्व,
सहजन की फली, अल्जाइमर रोग, रक्तचाप, गुर्दे का रोग,
कैंसर की रोकथाम, क्षय रोग का निवारण, मधुमेह नियंत्रण के लिए,
नेत्र रोगों से बचने के उपाय, टाइफाइड, गरम पानी और नींबू,
जैतून का तेल, अमरूद और पपीता, फाइबर वाले आहार,
सांस संबंधी परेशानी, आम के पत्ते, ब्लडप्रेशर की समस्या,
इन्फेक्शन में, लौंग नैचुरल पेनकिलर, बेहतरीन एंटीसेप्टिक,
गठिया में आराम, प्रतिरोधक क्षमता बढाने में,
रक्तप्रदर की परेशानी, गले के रोगों में जामुन, केले का सेवन,
दमा रोग में, कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए, स्किन रोग होने पर,
वातज रोगों में, अजवायन का काढ़ा, काले अखरोट का तेल,
फाइलेरिया से निजात, दमा के ट्रीटमेंट में लहसुन,
दमा रोग का देशी इलाज, एलोविरा जेल का इस्तेमाल,
एक्जिमा से बचने के लिये, भंयकर पीड़ा हो रही हो तो,
बुखार के लिए, तुलसी लगाओ कुष्ठ मिटाओ, तुलसी के पत्तों का रस,
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां, गर्म तेल से मालिश,
खुशबूदार चमेली का पौधा, ब्राह्मी, एंटी स्ट्रेस हर्ब,
सूखे अदरक का मिश्रण, तुलसी, मेथी का जल, धनिया चाय,
सोआ का काढ़ा, राइस स्टार्च, एरोबिक एक्सरसाइज, सीढ़ी चढ़ना,
लाल मिर्च का सेवन, तंदुरुस्त डाइजेशन, दिल की बीमारि से बचें,
धूम्रपान ना करें, ठन्डे पानी से स्नान करें,
मौसमी एलर्जी से बचाव, कपालभाति का अभ्यास,
अपना लाइफस्टाइल बदलें, स्वस्थ खाएं,
खाने के हिस्से सीमित रखें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें,
शराब का सेवन कम करें, तनाव का प्रबंधन, नियमित स्वास्थ्य जाँच,
पुदीने का तेल, सांस लेना आसान, लहसुन का प्रयोग,
पानी ज्यादा पीएं, विटामिन सी, स्टीम बहुत ही फायदेमंद,
दूध का इस्तेमाल, नट्स खाएं, शुगर से भरपूर पेय पदार्थ,
बादाम के दूध, आंखों के लिए, स्किम्ड दूध पीने के फायदे,
दही के फायदे, मौसमी खाने का सही समय, नारियल पानी,
नींद की कमी, जौ खाने के फायदे, कब्ज दूर करने के लिए,
कोलेस्ट्रोल का निर्माण, भोजन बगैर तेल के बनाएं,
डायबिटीज से बचाव, फेफड़ों के लिए फायदेमंद, फायदेमंद है घी,
टमाटर का इस्तेमाल , चुकंदर का नियमित सेवन,
दिल को बनाये सेहतमंद, कैमोमाइल चाय, अदरक की जड़,
सूर्यमुखी के बीज, मसालों का सेवन, नीम की पत्तियां,
चिकनगुनिया, खून का शुद्धिकरण, हरसिंगार का प्रयोग,
बवासीर के उपचार, पपीते के बीज, कैंसर के घाव, आम के सेवन,
संतरे के प्रयोग, अंगूर का सेवन, चर्म रोगों का इलाज,
पपीते का सेवन, केले के फायदे, खान-पान में बदलाव,
जीवन शैली में बदलाव, एक्सरसाइज और योगा,
बिना मलाई वाला दूध, खूब पानी पिए, न खाएं भूख से ज्यादा,
मड थेरेपी, शयनकक्ष पर ध्यान दें, कैलोरी युक्त ड्रिंक बंद,
ताजगी बनी रहेगी, त्रिफला चूर्ण, मूंगफली का सेवन,
लहसुन का सेवन, तिल का सेवन, गाजर, बाजरा, मेथी खाना,
शारीरिक श्रम की उपयोगिता, शरीर में दूषित वायु,
मन की आंतरिक्त शक्ति, ग्लूटेथियोन का स्तर,
खाने को चबाकर खायें, तनाव से बचें, ग्रीन टी
मूली के पत्ते, जावित्री की खूबियाँ, थॉयराइड के उपचार,
लौकी का जूस, एक्यूप्रेशर से थॉयराइड का इलाज
कीटाणु-रोधक, सहजन की पत्ति, ठण्ड से बचे,
कानो में ठंडी हवा, सब्जियों का गर्म सूप, गले में खराश,
खांसी से लड़ने के लिए, हरी साग सब्जियां, हर दिन विटामिन D,
प्रोबायोटिक फूड, हल्दी का इस्तेमाल, भाप बहुत फायदेमंद,
जीवाणु प्रतिरोधक गुण, जुकाम में अदरक, तुलसी के पत्ते का काढ़ा,
लहसून का तेल, बड़े बच्चों के लिए, नीबू और शहद,
पानी पिने की सलाह, खांसी को शांत करने में,
गर्मी का पित्ती ज्वर, जायफल, हींग, पीपल, नीम, अतीस,